Printer Kya Hai in Hindi 2021 I Types of Printer इस के प्रकार

Printer Kya Hota Hai in Hindi 2021 - आजकल के आधुनिक ज़माने में हम में से लगभग सभी Computer का इस्तेमाल करते है, और जो लोग कंप्यूटर को अपने उपयोग में लाते है, वह सभी Printer को जरूर जानते होंगे (What is Printer in Hindi). Printer अनेको प्रकार के होते है. (Types of Printer in Hindi)

Printer Output Device होती है, जो कंप्यूटर द्धारा तैयार की गई कोई सामग्री को Print के रूप में हमें देता है. आज हम इसी के लिए आपको बता रहे है की Printer Kya Hota Hai in Hindi 2021 और Types of Printer या प्रिंटर कितने प्रकार के होते है.

कंप्यूटर द्धारा जो डाटा यूजर के लिए तैयार किया जाता है. वह कंप्यूटर स्क्रीन पर एक साथ नहीं देखा जा सकता उसके लिए हमें स्क्रीन को Down या Up करना पड़ता है और कंप्यूटर की स्क्रीन से किसी डाटा को सीधे हम कागज पर नहीं ले सकते है.

इसके लिए यहाँ पर आउटपुट डिवाइस के रूप में Printer की आवश्यकता होती है. जिससे हम सिर्फ Ctrl+P दबाकर समस्त कंप्यूटर स्क्रीन पर दिखाई देने वाले मैटर को या स्क्रीन के Up और Down में भी जो डाटा होगा उन सब का प्रिंट ले सकते है.

प्रिंटर एक ऑनलाइन (Online) आउटपुट डिवाइस है, जो आउटपुट को कागज पर छापकर प्रस्तुत करता है. कागज पर छपी यह प्रतिलिपि हार्ड कॉपी (Hard Copy) कहलाती है.

कंप्यूटर से प्राप्त डिजिटल संकेत (1 और 0 के बिट) प्राकृतिक भाषा (अंग्रेजी, हिन्दी और अन्य) में परिवर्तित होकर हार्ड कॉपी के रूप में छपते है जिसे यूजर आसानी से पढ़ सकता है.

Printer Kya Hota Hai 2021 and Types of Printer
Printer Kya Hota Hai 2021 and Types of Printer


Types of Printer in Hindi 2021 - प्रिंटर कितने प्रकार के होते है

Types of Printer in Hindi - प्रिंटर तकनीक के आधार पर 2 प्रकार (Types) के होते है - इम्पेक्ट प्रिंटर (Impact Printer) और नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर (Non Impact Printer) और कार्य करने की गति के आधार पर भी ये 2 प्रकार (Types) के होते है. निम्न गति प्रिंटर (Low Speed Printer) जो एक अक्षर एक बार में छापते है तथा उच्च गति प्रिंटर (High Speed Printer), ये प्रिंटर आउटपुट की एक पूरी लाइन या पेज एक बार में छाप सकते है.

प्रिंटर Printing Method (प्रिंटर प्रिंटिंग विधि के प्रकार)

Types of Printer Printing Method - प्रिंटर प्रिंटिंग Method Kya Hota Hai. यहाँ हम आपको बता दें कि प्रिंटरों में प्रिन्ट करने की दो तरह की विधियाँ होती है.

 1. इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Impact Printing)
 2. नॉन इम्पैक्ट प्रिंटिंग (Non Impact Printing)

Impact Printing - प्रिंटिंग की यह विधि टाइपराईटर की विधि के समान होती है. जिसमे एक धातु का हैमर (Hammer) या प्रिंट हैड (Print Head) कागज व रिबन (Ribbon) पर टकराता है. इम्पैक्ट (Impact) प्रिंटिंग में अक्षर या कैरेक्टर्स, ठोस मुद्रा अक्षरों (Solid Fonts) या डॉट मैट्रिक्स (Dot Matrix) विधि से कागज पर उभरते या छपते है.

  1. Solid Font Method (ठोस-मुद्रा अक्षर विधि) - इस विधि में टाइपराइटर के समान अक्षरों के लिए धातु के ठोस टाइपसेट होते है. जिन पर अक्षर उभरे होते है.
  2. Dot Matrix Method (डॉट मैट्रिक्स विधि) - इस इम्पैक्ट डॉट मैट्रिक्स विधि में पिनों (Pins) की वर्टीकल रोव (Vertical Row) का एक प्रिंट हैड होता है. इम्पैक्ट डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर सॉलिड फॉण्ट प्रिंटर्स से तेज और उच्च गति के होते है. इनकी 100 से 200 कैरक्टर प्रति सेकण्ड की गति सामान्य रूप से होती है.

Non Impact Printing - इस प्रकार की प्रिंटिंग में प्रिंट हैड और कागज के मध्य संपर्क नहीं होता है. नॉन इम्पैक्ट प्रिंटिंग की अनेक विधियां है. जैसे निम्न प्रकार से है..

  1. एलेक्ट्रोथर्मल (Electro-Thermal Printing)
  2. इंक जेट (InkJet Printing)
  3. लेज़र (Laser Printing)
  4. थर्मल ट्रांसफर (Thermal Transfer Printing)

Electrothermal Printing (एलेक्ट्रो-थर्मल प्रिंटिंग) - इसमें एक विशेष कागज पर कैरेक्टर को गरम रॉड (Heated Rod) वाले प्रिंट हैड से चलाया जाता है. ये प्रिंटर सख्त होते है और इनके लिए विशेष कागज की आवश्यकता होती है.

Electrothermal Printer
Electrothermal Printer

Thermal Transfer Printer (थर्मल ट्रांसफर प्रिंटर)Thermal Transfer Printer एक नई तकनीक का प्रिंटर है. जिसमे कागज पर वैक्स आधारित रिबन (Wax Based Ribbon) से स्याही का तापीय स्थानान्तरण होता है.

Thermal Transfer Printer
Thermal Transfer Printer

Printer Types Based on Work - कार्य के आधार पर प्रिंटर के प्रकार in Hindi

प्रिंटर के आकर, उसकी कार्य पद्द्ति और उपयोगिता के आधार पर प्रिंटर के अनेक प्रकार होते है (Types of Printer in Hindi). Printer का हिंदी में मतलब (Printer Meaning in Hindi) है "मुद्रण यंत्र" या "छपाई यंत्र" कहा जाता है. जैसे Computer का विकास होता गया, वैसे-वैसे साथ में प्रिंटर का भी विकास होता गया. आज आधुनिक दुनिया में प्रिंटर के अनेक प्रकार है (Types of Printer in Hindi). जिनको हम निम्न प्रकार देखेंगे -

  1. Dot Matrix Printer - DMP
  2. Daisy Wheel Printer
  3. Ink-Jet Printer
  4. Laser Printer
  5. Line Printer
  6. Drum Printer
  7. Chain Printer
  8. Band Printer

1. Dot Matrix Printer - DMP - यह एक इम्पैक्ट प्रिंटर है. इस प्रिंटर के प्रिंट हैड (Print Head) में अनेक पिनो (Pins) का एक मैट्रिक्स (Matrix) होता है और प्रत्येक पिन के रिबन (Ribbon) और कागज पर स्पर्श से एक डॉट छपता है.

अनेक डॉट मिलकर एक कैरेक्टर बनाते है. प्रिंट हैड में 7 , 9, 14, 18 या 24 पिनो का उर्ध्वाधर (Vertical) समूह होता है. जिससे एक कैरेक्टर अनेक चरणों (Steps) में बनता है, और लाइन की दिशा में प्रिंट हैड आगे बढ़ता जाता है.

प्रिंट हेड की पिने कंप्यूटर के CPU द्धारा भेजे गये संकेतों के आधार पर सही स्थान पर डॉट बनाती चली जाती है. डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की प्रिंट गति 30 से 600 कैरेक्टर प्रति सेकण्ड (CPS - Character Per Second) होती है.

अनेको डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर लाइनों को दायीं से बायीं ओर, तथा बायीं से दायीं और, दोनों दिशाओं में प्रिंट करने की क्षमता रखते है. जब पिंट हेड बाएं से दाएं गति करते हुए एक लाइन प्रिंट कर लेता है, तो अगली लाइन दाएं से बाएं गति करते हुए प्रिंट करता है. इस प्रिंटर से विभिन्न आकार, प्रकार और भाषा के कैरेक्टर व ग्राफ़िक्स छाप सकते है.


Dot Matrix Printer
Dot Matrix Printer

2. Daisy Wheel प्रिन्टर - यह Solid Font वाला इम्पैक्ट प्रिंटर है. इसका नाम डेज़ी व्हील (Daisy Wheel) इसलिये दिया गया है. क्योकि इसकी प्रिंट हैड की आकृति एक पुष्प गुलबहार (Daisy) से मिलती है. डेज़ी व्हील प्रिंटर धीमी गति का प्रिंटर है, लेकिन इसका आउटपुट स्पष्ट और उच्च होता है.

इसलिये इसका उपयोग पत्र (Latter) आदि प्रिंट करने में होता है. Daisy Wheel Printer लेटर क्वालिटी प्रिंटर (Latter Quality Printer) कहलाता है. इसके प्रिंट हैड में एक चक्र या व्हील (Wheel) होता है. जिसके प्रत्येक स्पोक (Spoke) में एक कैरेक्टर का ठोस फॉण्ट उभरा रहता है.

व्हील कागज की क्षैतिज दिशा (Horizontal Direction) में गति करता है और छपने योग्य कैरेक्टर का स्पोक व्हील के घूमने से प्रिंट पोजीशन पर आता है. एक छोटा हैमर (Hammer) स्पोक, रिबन कागज पर टकराता है. जिससे अक्षर कागज पर छप जाता है. इस प्रकार के प्रिंटर अब बहोत कम उपयोग किये जाते है.


Daisy Wheel Printer
Daisy Wheel Printer

3. InkJet Printer - InkJet Printer एक नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर है. जिसमे एक नोजल (Nozzle) कागज पर स्याही की बूंदों की बौछार (Spray)करती है. जिससे कैरेक्टर और आकृतियाँ छपती है. प्रिंट हैड के नोजल में स्याही की बूंदों को भर (Fill) के कागज पर उचित दिशा में छोड़ा जाता है. InkJet Printer का आउटपुट अधिक स्पष्ट होता है क्योकि प्रत्येक कैरेक्टर दर्जनों डॉट्स से मिलकर बना होता है.

रंगीन इंकजेट प्रिंटर में स्याही के चार नोजल (Nozzles) होते है 1. नीला (Cyan) 2. लाल (Magenta) 3. पीला (Yellow) तथा 4. काला (Black). इसलिए इन्हें CMYK प्रिंटर भी कहा जाता है या इसकी संज्ञा भी दी जाती है. यह चारों रंगों का संयोग (Combination) सभी रंगीन प्रिंटरों में होता है, क्योकि यह कॉम्बिनेशन किसी भी प्रकार का रंग तैयार कर सकता है.

परन्तु इस प्रिंटर में एक मुख्य समस्या है प्रिंट हैड में इंक क्लॉगिंग (Ink Clogging) का हो जाना, यानि प्रिंट हैड के नोजल के मुँह पर स्याही जमकर छिद्रों को बंद कर देती है. इंक जेट प्रिंटर के आउटपुट की प्रिंट क्वालिटी 300 dpi (Dots Per Inch) होती है.


Inkjet Printer
Inkjet Printer

4. What is Laser Printer - Laser Printer नॉन इम्पैक्ट पेज प्रिंटर है. लेज़र प्रिंटर का उपयोग Computer System में 1970 के दशक से हो रहा है. पहले ये मेनफ़्रेम कंप्यूटर में प्रयोग किये जाते थे. 1980 के दशक में लेज़र प्रिंटर का मूल्य लगभग 3000 डॉलर था, और Laser Printer मइक्रो कम्प्युटर के लिये उपलब्ध था.

Laser Printer आजकल अधिक लोकप्रिय है क्योकि ये अधिक तेज और उच्च क्वालिटी में टेक्स्ट और ग्राफ़िक्स छापने में सक्षम है. Laser Printer किसी पेज पर आकृति (Image) को जेरोग्राफी (Xerography) तकनीक से छापता है.

जेरोग्राफी (Xerography) तकनीक का विकास ज़ेरॉक्स (Xerox) मशीन के लिए हुआ था. जेरोग्राफी एक फोटोग्राफी जैसी तकनीक है. जिसमे फिल्म, एक (Charged) पदार्थ का लेपन युक्त ड्रम (Drum) होती है. यह ड्रम फोटो-संवेदित होता है. इसके द्धारा कागज पर आउटपुट को छापा जाता है.

अधिकतर Laser Printer में एक अतिरिक्त माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor), रेम (RAM) और रोम (ROM) होते है. रोम में फॉण्ट (Font) और पेज को व्यवस्थित करने के प्रोग्राम रहते है.

लेज़र प्रिंटर सर्वश्रेष्ठ आउटपुट छापता है. यह 300 Dpi से लेकर 600 Dpi तक या उससे भी अधिक रेजोलूशन की छपाई करता है. रंगीन लेज़र प्रिंटर उच्च क्वालिटी का रंगीन आउटपुट देता है.

यह Laser Printer महँगे होते है, लेकिन इनकी छापने की गति उच्च होती है. लेज़र प्रिंटर प्लास्टिक की शीट या अन्य किसी शीट पर भी आउटपुट को छाप सकते है. इनका उपयोग छपाई की ऑफसेट मशीन के मास्टर (Master) कॉपी छापने में होता है. जिनसे आउटपुट की प्रतिलिपियाँ अधिक संख्या में छापी जाती है.

Laser Printer
Laser Printer

5. Line प्रिंटर बड़े कम्प्यूटरो के लिये उच्च गति के प्रिंटरों की आवश्यकता होती है. उच्च गति के प्रिंटर एक बार में एक कैरेक्टर छापने की बजाय एक लाइन या पेज को एक बार में छाप सकते है. उच्च गति के प्रिंटरों की दो श्रेणियाँ होती है लाइन प्रिंटर (Line Printer) और पेज प्रिंटर (Page Printer).

लाइन प्रिंटर में आउटपुट कि सम्पूर्ण लाइन एक बार में छपती है. अधिकतम लाइन प्रिंटरों में इम्पेक्ट प्रिंटिंग (Impact Printing) तकनीक का प्रयोग होता है. इनकी छापने की गति 300 से 3000 लाइन प्रति मिनट (Line Per Minute - Lpm) होती है. ये मिनी कंप्यूटर और मेनफ्रेम कम्प्यूटरों में बड़े कार्यों हेतु प्रयोग किये जाते है.


इम्पैक्ट लाइन प्रिंटर के निम्नलिखित तीन उदाहरण है -
  • Drum Printer (ड्रम प्रिंटर)
  • Chain Printer (चैन प्रिंटर)
  • Band Printer (बैण्ड प्रिंटर)

6. Drum प्रिन्टर ड्रम प्रिंटर में तेज घूमने वाला एक ड्रम (Drum बेलनाकार आकृति) होता है. जिसकी सतह पर अक्षर (कैरेक्टर) उभरे रहते है. 

एक बैण्ड (Band) पर सभी अक्षरों का एक समूह (Set) होता है, ऐसे अनेक बैण्ड सम्पूर्ण ड्रम पर होते है. जिससे कागज पर लाइन की प्रत्येक स्थिति में कैरेक्टर छापे जा सकते है. 

ड्रम तेजी से घूमता है और एक घूर्णन (Rotation) में एक लाइन छापता है. एक तेज गति का हेमर (Hammer) प्रत्येक बैण्ड के उचित कैरेक्टर पर कागज के विरुद्ध टकराता है और एक घूर्णन पूरा होने पर एक लाइन छप जाती है.

Drum Printer
Drum Printer

7. Chain प्रिंटर - इस प्रिंटर में घूमने वाली एक चैन (Chain) होती है. जिसे प्रिंट चैन (Print Chain) कहते है. चैन में कैरक्टर होते है. प्रत्येक कड़ी (Link) में एक कैरक्टर फॉण्ट (Font) होता है.

प्रत्येक प्रिंट पोजीशन (Print Position) पर हेमर्स (Hammers) लगे रहते है. प्रिंटर, कंप्यूटर से लाइन के सभी छपने वाले कैरक्टर प्राप्त कर लेता है. हैमर कागज और उचित करैक्टर से टकराता है, और एक बार में एक लाइन छप जाती है.


Chain Printer
Chain Printer

8. Band Printer - यह प्रिंटर चैन प्रिंटर के समान कार्य करता है. इसमें चैन के स्थान पर स्टील का एक प्रिंट बैण्ड (Print Band) होता है. हैमर के प्रयोग से छपने वाला उचित कैरेक्टर कागज पर छप जाता है.

दोस्तों अब मुझे लगता है कि आप Printer Kya Hota Hai in Hindi के बारे में अच्छे से समझ गए होंगे, और मेरी पोस्ट Printer Kya Hota Hai in Hindi 2021 I Types of Printer and प्रिंटर कितने प्रकार के होते है. आपको कैसी लगी कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करके जरूर बताना. पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिये आपका .. धन्यवाद

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