कंप्यूटर का परिचय हिंदी में (Introduction of Computer) Knowledge in Hindi
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Jeetu Singh
नवंबर 05, 2025
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कंप्यूटर का परिचय हिंदी में (Introduction of Computer in Hindi)
Introduction of Computer in Hindi- कंप्यूटर एक मशीन है यह हर इन्सान के जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा रहा है. यह एक स्वचालित और निर्देशों पर कार्य करने वाली एक बहोत अच्छी डिवाइस/मशीन है. यह डाटा का संग्रहण करता है और सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम के अनुसार डाटा को परिणाम के लिए संग्रहित, प्रोसेस व परिणाम देता है और अपनी Knowledge,स्पीड व बुद्दिमतता का कंप्यूटर परिचय देता है.
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साथियों आज गवर्नमेंट की बड़ी-बड़ी वेबसाइटे कंप्यूटर और इन्टरनेट के जरीये चल रही हैं और आम जनता को राज्य सरकारे अपनी लाभदायक योजनाओं से लाभ पहोचा रही है. जैसे:-
कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के 8 अक्षरों से मिलकर बना है. इन आठों अक्षरों के कुछ अपने-अपने मतलब होते है जैसे ..
C - Commonly (कॉमनली - आमतोर पर) O - Operated (ऑपरेटेड - संचालित) M - Machine (मशीन) P - Particularly (पर्टिकुलर्ली - विशेष रूप से) U - Used for (यूस्ड फॉर - के लिए इस्तमाल होता है) T - Technical (टेक्निकल - तकनीकी) E - Education (एजुकेशन - शिक्षा)
R - Research (रिसर्च - अनुसन्धान)
कंप्यूटर एक ऐसा यंत्र है जिसकी सहायता से और उसके उपयोग से गणना, प्रक्रिया, यांत्रिकी, अनुसन्धान आदि कार्यों के लिए किया जाता है. कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से मिलकर बना होता है और डाटा को सुचना/Information में बदल देता है.
दोस्तों, कंप्यूटर को जैसा आज हम देखते है. ये पहले इस तरह का नहीं था. Computer प्रणाली का विकास बहोत धीरे-धीरे हुआ है, इसी विकास के क्रम को पांच पीढ़ियों में विभाजित किया गया है. हर पीढ़ी में कम्पूटरो को उनके द्धारा उपयोग में ली जाने वाली तकनीक के आधार पर विभाजित किया गया है या परिभाषित किया गया है.
कम्प्यूटरकी प्रथम पीढ़ी (9142-1956)
पहली पीढ़ी के Computer में इलेक्ट्रॉनिक घटक/Electronic Component के रूप में वेक्यूम ट्यूब और चुंबकीय ड्रम का इस्तेमाल किया जाता था. उनका आकर काफी बड़ा होता था, यहाँ तक की इनको इनको रखने के लिए पुरे एक कमरे की आवश्यकता होती थी. यह बहोत महंगे होते थे और गर्मी का बहोत ज्यादा उत्सर्जन करते थे.
कम्प्यूटरकी दूसरी पीढ़ी (1956-1965)
दूसरी पीढ़ी में Computer के Electronic Component के रूप में ट्रांजिस्टर/Transistor का इस्तेमाल किया गया था. ट्रांजिस्टर की गति तेज थी वह उच्च कुशल और कम बिजली की खपत करता था और प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर तुलना में सस्ते और अधिक विश्वसनीय थे.
कम्प्यूटर की तीसरी पीढ़ी (1965-1975)
तीसरी पीढ़ी के Computer में ट्रांजिस्टर के स्थान पर इंटीग्रेटेड सर्किट/Integrated Circuit (IC) का उपयोग किया गया था. जिसके कारण कंप्यूटर के आकर को और अधिक छोटा बनाया जा सकता था. इस पीढ़ी के कम्पूटरो द्धारा इनपुट/ऑउटपुर के लिए कीबोर्ड और मॉनिटर का उपयोग किया गया था.
इस पीढ़ी में माइक्रोप्रोसेसर की शुरुआत हो गई, जिसमे हजारो आईसी/IC एक सिलिकॉन चिप पर निर्मित या लगाई जा सकती थी. इस पीढ़ी के कंप्यूटर बहोत बड़े पैमाने पर VLSI तकनीक का इस्तेमाल किया करते थे. वर्ष 1971 में इंटेल 4004 चिप को विकसित किया गया, इसमें एक अकेली चिप पर एक कंप्यूटर के सभी कंपोनेंट्स स्थित होते थे. इस प्रयोग की वजह से छोटे आकार के कंप्यूटर ने जन्म लिया.
कम्प्यूटर की पाँचवी पीढ़ी (1988 से अब तक)
पांचवी पीढ़ी के रूप में एक नै तकनीक उभर कर सामने आई जिसे ULSI (Ultra Large Scale Integration) कहा जाता है. जिसके अंतर्गत माइक्रोप्रोसेसर चिप में 10 लाख तक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों तक को शामिल किया जा सकता था. इस पीढ़ी में कृत्रिम बुद्धि , वॉइस रिकग्निशन, मोबाइल संचार, सॅटॅलाइट संचार, सिग्नल डाटा प्रोसेसिंग को आरम्भ किया गया.
दोस्तों, Computer से और इसके विकास से सम्बन्धित जानकारी/Knowledge आपको केसी लगी इसके लिए आप कमेंट करके मेरी इस पोस्ट "कंप्यूटर का परिचय" Introduction of Computer in Hindi के बारे में आप अपने विचार निचे कमेंट बॉक्स में जरुर से साझा करना.. धन्यवाद
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